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“चरण पादुका योजना छत्तीसगढ़ ” आदिवासी महिलाओ के लिए लाया गया बहुत ही फायदेमंद योजना

चरण पादुका योजना छत्तीसगढ़

तेंदू पत्ता होता क्या है

आदिवासी भाई और बहनों

इस देश और इस राज्य के जंगलो का जिदगी भर देख रेख करने वाले हमारे आदिवासी भाई और बहनों को जंगलो से ही पैसे कमाने की आवश्यकता होती है जिसमे बहुत सारे तरीके और उनकी रोज की दिनचर्या होती है

सुबह उठ कर वे सीधा जंगलो की ओर काम के लिए निकल जाते है और सीधा शाम को घर आते है वे दिनभर जंगलो की देख रेख करने उनसे कुछ जरूरी संसाधनों का उपयोग कर कुछ पैसे कमाने में लगे रहते है ताकि उनका रोजी रोटी चल सके |

छत्तीसगढ़ में लगभग 33% आदिवासी निवास करते है जिसमे से कुछ शहर में भी रहते है | छत्तीसगढ़ आदिवासी जन संख्या के मामले में देश में दुसरे नंबर पर आता है मुख्य रूप से बस्तर , गरिया बंद ,दंतेवाडा कोंडागांव इन जगहों के जंगलो में निवास करते है जिनका एक ही काम होता है जंगलो से जुड़े रहना |

योजना के बारे में

चरण पादुका योजना जंगल में घूम घूम कर रोजगार करने वाले हमारे भाइयो और बहनों के लिए ही यह योजना लायी गयी है इस योजना क अंतर्गत जंगल में खुले पैर जाने वाले आदिवासी महिलाओ को जो की तेंदू पत्ता तोड़ने जाते है , उनके लिए एक अच्छा योजना लेकर आये है जिसमे ऐसे महिलाओ को चप्पल वितरण किया जायेगा ताकि पैर को किसी प्रकार का तकलीफ मत आये और साथ ही जंगलो में आसानी से घुमा जा सके और अधिक मात्र में तेंदू पत्ता इकट्टा हो सके |

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अब तक योजना लाभार्थी

ऐसा सुना गया है की अबतक इस योजना के तहत 15 लाख से अधिक चप्पलो का वितरण किया जा चूका है |

कौन होंगे पात्र

इस योजना के तहत हमारे जितने भी आदिवासी महिलाये है जो की तेंदू पत्ता तोडकर फिर उसे सरकार को बेचकर अपना घर चलाते है ऐसे सभी महिलाये पात्र होंगे |

नरेन्द्र मोदीजी का चरण पादुका योजना में योगदान

हाल ही में प्रधान मंत्री जी के द्वारा 14 अप्रैल को बस्तर की एक महिला को अपने हाथो से चप्पल पहनाये और इस योजना का फिर से सुभारंभ किया गया है मोदी जी देश हित के लिए बहुत कुछ कर चुके है और आगे भी करना चाहते है |

तेंदू पत्ता होता क्या है ?

यह एक ऐसा पत्ता होता है जो जंगलो में आसानी से मिल जाता है और इसके फल को भी खाया अथवा बाजार में बेचा जाता है इसके पत्ते का ज्यदातर उपयोग बीडी बनाने के लिए किया जाता है | इस पत्ते को धुप में कुछ दिन के लिए सुखाया जाता है उसके बाद इसे बंडलो में बांध कर बेचा जाता है इसे गोल करके इसमें कुछ पदार्थ डाल कर बीडी का निर्माण किया जाता है जिसका बाजार में अच्छा मुनाफा हो जाता है और पत्ते बेचने वाले सभी भाईओं और बहनों को घर गृहस्ती चलाने में आसानी होता है|

जैसा की photo में दिख रहा है ठीक उसी प्रकार इसे सुखाया जाता है और सेल किया जाता है|

अधिक जानकारी के लिए आपको निचे दिए विभागीय वेबसाइट पर click करना होगा

विभागीय वेबसाइट

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